गुरुवार, 31 दिसंबर 2009


मुबारक
क्‍कीस का


नए साल के नर्म गाल पे,
आओ मलें सब रंग गुलाल के !

नए साल की मस्‍त ताल पे,
रचें गीत हम कुछ धमाल के !

नए साल के हरेक काल पे,
रखें याद हम सपने हाल के !

नए साल में हों कमाल के,
समाधान कुछ ज्‍वलंत सवाल के !

नए साल के उजले भाल पे,
लिखें इबारत नए ख्‍याल से !

0 राजेश उत्‍साही